Oct 24, 2024, 01:40 PM IST

रानियों की तरह पर्दा करता था ये मुगल बादशाह, वजह जान सिर पकड़ लेंगे

Smita Mugdha

मुगलों के आने के बाद भारत में बड़े पैमाने पर पर्दा प्रथा की शुरुआत हुई थी. 

हालांकि, कम ही लोग जानते हैं कि एक बादशाह ऐसा भी था जिसने दरबार में भी पर्दा प्रथा की शुरुआत की थी. 

इस बादशाह ने दरबार में पर्दा दरबार लगाना शुरू किया था और इसके पीछे अंधविश्वास था.

हुमायूं ज्योतिष में बहुत यकीन करता था और पर्दे के पीछे से बात करने के पीछे मानता था कि बुरी शक्तियां उस तक नहीं आएंगी.

हुमायूं ने पर्दा दरबार प्रथा शुरू की थी और वह पर्दे के पीछे से ही प्रजा की फरियाद सुनने फैसला देने का काम करता था.

इतिहासकारों का मानना है कि यह परंपरा बादशाह और प्रशासन के बीच सुरक्षा के लिए उपयुक्त थी.

हालांकि, कुछ समय तक अकबर ने इसका पालन किया और बाद में पर्दा दरबार प्रथा खत्म कर दी थी. 

मुगल काल में हरम में पर्दे की प्रथा थी. हरम में रानियों और दासियों के साथ युद्ध में जीती महिलाएं भी होती थीं. 

अकबर ने राजपूत राजकुमारियों से विवाह किया था जिसके बाद हरम के तौर-तरीकों में भी बदलाव हुआ था.