Oct 14, 2023, 08:06 PM IST

कहां है अब वह जगह, जहां हुआ था द्रौपदी का स्वयंवर

DNA WEB DESK

महाभारत में द्रौपदी एक महत्वपूर्ण किरदार है जो अपनी खूबसूरती और स्वाभिमान दोनों ही वजहों से सदियों से जनमानस में जगह बनाई हुई है.

महाभारत के युद्ध की मुख्य वजहों में से एक द्रौपदी का चीरहरण भी माना जाता है जब कृष्ण ने उनकी लाज बचाई थी.

पांचाल नरेश की पुत्री द्रौपदी अपनी खूबसूरती के लिए पूरी दुनिया में जानी जाती थी. जानें आज कहां है द्रौपदी का मायका पांचाल

पांचाल द्रौपदी के पिता राजा द्रुपद का राज्य हुआ करता था और ऐसा माना जाता है कि आज ये जगह मौजूदा रुहेलखंड के आसपास बताई जाती है. 

पांचाल पौराणिक 16 महाजनपदों में से एक है पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बरेली, बदायू और फर्रूख़ाबाद ज़िलों का इलाका पांचाल क्षेत्र में माना जाता है. 

पंचाल महाजनपद की राजधानी अहिछत्र या काम्पिल्य था जहां द्रौपदी के पिता पांचाल नरेश का शासन चलता था. 

इसी जगह पर द्रौपदी का स्वयंवर हुआ था जहां अर्जुन ने मछली की आंख पर निशाना लगाया था. पांडवों और द्रौपदी की शादी हुई थी. 

पांचाल में ही अर्जुन ने मछली की आंख में निशाना लगाया था जिसके बाद द्रौपदी और अर्जुन का विवाह किया गया था.

हिमालय और गंगा नदी की बीच की जगह में आज भी द्रौपदी की स्मृति में एक मंदिर है और वह जगह भी है जहां उनके जन्म का दावा किया जाता है.