अयोध्या में भव्य राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को होना है, जिसे लेकर तैयारियां जोरों पर हैं.
मुख्य मंदिर के अलावा जन्मभूमि परिसर में 7 और मंदिर बनाए जा रहे हैं.
इनमें भगवान राम के गुरु ब्रह्मर्षि वशिष्ठ, ब्रह्मर्षि विश्वामित्र, महर्षि वाल्मीकि, अगस्त्य मुनि, रामभक्त केवट, निषादराज और माता शबरी के मंदिर शामिल हैं.
आज आपको बताएंगे कि राम मन्दिर का सबसे पवित्र स्थान कौनसा है.
राम मन्दिर का सबसे पवित्र स्थान गर्भगृह है.
70 एकड़ में बनने वाले राम मंदिर में भगवान रामलला की मूर्ति गर्भ गृह में विराजित होगी.
यह राम का वह रूप होगा, जिसमें वे 5 साल के बालक रूप में होंगे.
मूर्ति भगवान के बाल स्वरूप की है, इसलिए मुख्य मंदिर के गर्भगृह में मां सीता की कोई मूर्ति नहीं होगी.
मंदिर का शिखर 161 फीट ऊंचा होगा. परिसर के जिस गर्भगृह में रामलला विराजेंगे वहां पहुंचने के लिए 32 सीढ़ियां चढ़नी पड़ेंगी.