May 1, 2024, 08:19 PM IST

'तीसमार खां' असल में कौन था?

Aditya Prakash

लोग अक्सर एक-दूसरे को बोल देते हैं कि ज्यादा ‘तीसमार खां’ मत बनो, क्या आपको इसका असली अर्थ पता है?

रेख्ता की माने तो 'तीसमार खां' ऐसे बहादुर शख्स को कहा जाता है जिसने तीस जानवर या आदमी को मारा हो.

आज कल इस शब्द का प्रयोग ज्यादातर बार लंबी डींगे हांकने वाले शख्स के लिए तंज के तौर पर होता है.

ये भी कहा जाता है कि हैदराबाद के छठे निजाम मीर महबूब अली खान को लोग तीसमार खां कहते थे. 

कहते हैं कि मीर महबूब अली खान ने अपने निजामी कार्यकाल में कुल 30 बाघों का शिकार किया था.

उनके इस बहादुरी से कायल होकर लोग उन्हें ‘तीसमार खां’ कहने लगे थे.

तभी से ये नाम एक बहादुराना मतलब के साथ वजूद में आया था, जो बाद में जाकर तंज के लिए इस्तेमाल होने लगा.