Oct 15, 2024, 04:36 PM IST

मुगलों के बनाए गार्डन को क्यों कहते थे चार बाग?

Smita Mugdha

मुगल बादशाहों ने अपने शासनकाल में कई खूबसूरत और भव्य इमारतें बनाई थीं जिनकी मिसाल आज भी दी जाती है. 

ज्यादातर मुगल बादशाहों ने महलों के अंदर भव्य बगीचे बनाए थे और अलग से भी प्रजा के लिए सुंदर बगीचे बनाए गए थे. 

मुगल बादशाहों के बनाए सभी गार्डन आम तौर पर 4 हिस्से में विभाजित होते थे. इनके बीच में कोई मकबरा या इमारत होती थी. 

बगीचों को चार हिस्सों में बांटने के पीछे भी कुरान की मान्यता थी और ज्यादातर बगीचों में चार बाग वाला फॉर्मूला अपनाया गया था.

इन बगीचों को बादशाह सिर्फ मौज मस्ती की जगह के तौर पर नहीं बनाते थे, इनका सामाजिक महत्व होता था.

बगीचे वो जगह होते थे जहां रानियां काफी वक्त बिताती थीं और कुछ बगीचों को आम लोगों के लिए भी खोला जाता था.

मुगल बादशाहों के लिए बगीचे उनकी राजनीतिक सोच का भी नतीजा थी और इसे वो अपने पीछे छोड़ी जाने वाली विरासत के तौर पर बनाते थे. 

मुगलकाल में बनाए गए बगीचों में सार्वजनिक प्याऊ और जलाशय होते थे, ताकि प्रजा के काम आ सकें. 

इसी तरह बगीचों में घने छायादार पेड़ लगाए जाते थे, ताकि थके हुए मुसाफिर पेड़ों के तले आराम कर सकें.