Jul 28, 2024, 08:14 PM IST

बाबर की हार की वजह से खानजादा को क्यों मिली नरक जैसी जिंदगी

Rahish Khan

खानजादा बेगम (Khanzada Begum) उमर शेख मिर्जा की सबसे बड़ी बेटी थीं.

उमर शेख तुर्क मंगोल विजेता तैमूर के वंशज और मध्य एशियाई राज्य फरगना के शासक थे.

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि खानजादा, बाबर की बहन थीं. जो बाबर के साथ हर वक्त खड़ी रहती थीं.

जब मुहम्मद शायबानी से बाबर को करारी मिली तो उसे 6 महीने तक घेर कर रखा गया.

बाबर के किले के आसपास शायबानी की सेना ने डेरा डाले हुए था. काफी दिन जब बाहर से राशन-पानी आना बंद हो गया तो सैना भूखे मरने लगी.

शायबानी ने शर्त रखी कि बाबर अपनी बहन खानजादा की शादी मुझसे करा दे तो मैं उसे रिहा कर दूंगा.

खानजादा भी जानती थी कि अपने परिवार को बचाने के लिए अब कोई चारा नहीं है. ऐसे में उसने शायबानी की शर्त कबूल करने का फैसला किया.

बाबर ने खानजादा को रोकने की खूब कोशिश की लेकिन वह अपनी बात पर अड़ी रही.

दुश्मन के साथ जब वह शादी करके गई तो उसके एक बच्चा हुआ. जिसका नाम खुर्रम था.

लेकिन जन्म के कुछ साल बाद ही खुर्रम की मौत हो गई. जिसके बाद शायबानी ने खानजादी की अपने फौजी सैयद से निकाह करा दिया.

लेकिन फौजी की भी एक युद्ध के दौरान मौत हो गई. जिसके बाद उसे बंदी बनाकर काल कोठरी में डाल दिया गया था.