भाग्य जगा देंगी Chanakya Niti की ये 7 बातें, कदम चूमेगी सफलता
Nitin Sharma
आचार्य चाणक्य सर्वश्रेष्ठ अर्थशास्त्री, समाजशास्त्री होने के साथ ही प्रशासनिक गुरु थे. उन्हें संपूर्ण चीजों का ज्ञान था.
आचार्य चाणक्य ने कई नीतियों की रचना की. उनकी नीतिओं पर चलने वाला व्यक्ति जीवन में कभी फेल नहीं होता. सफलता उसके कदम चूमती है.
चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति को दूसरों की गलती से सीखना चाहिए. अगर आप अपनी गलती से सीखते हैं तो उम्र कम पड़ जाएगी.
चाणक्य नीति में कहा गया है कि अधम लोग धन की इच्छा करते हैं. मध्यम लोग धन के साथ मान की इच्छा भी करते हैं और श्रेष्ठ लोग वो होते हैं जो जनमान की इच्छा करते हैं.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि गन्ना, पानी दूध, कन्दमूल और फल का सेवन करने के बाद भी दान और धर्म से जुड़े काम किये जा सकते हैं.
दीपक अंधकार को खाता है और उससे काजल निकालता है. ठीक इसी तरह जो जैसा अन्न खाता है. उसकी संतान वैसी ही होती है.
लकड़ी, पत्थर या धातु पर श्रद्धा भाव से ही कार्य करना चाहिए. वैसी श्रद्धा रखने वाले पर ही भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और सिद्धियों की प्राप्ति होती है.
मिट्टी काठ या पत्थर में देवता नहीं होते. देवता उस श्रद्धा भाव में होते हैं, जिसके कारण इनकी पूजा होती है.