भारत ने G20 सम्मेलन में दुनिया को अपने देश के बारे में परिचित कराया. भारत मंडपम में मेहमानों को भारतीय संस्कृति की झलक देखने को मिली.
भारतीय कला और संस्कृति ने विदेशी मेहमानों को लुभाया साथ ही इन्हें भारतीय खान-पान और इसके महत्व के बारे में भी बताया.
G20 की बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ अतिथियों ने खाना खाया. यहां पर मिलेट से बनी 500 से ज्यादा डिशेज मेहमानों के सामने परोसी गई.
इसके बाद से ही मिलेट यानी मोटे अनाज जैसे इडली, रागी, सूप और डोसा की चर्चा चारों तरह हो रही है.
मोटे अनाज में शामिल ज्वार, बाजरा, रागी, कुटकी और कोदो इन सभी के महत्व के बारे में मेहमानों को बताया गया.
मेहमानों के सामने ओडिशा की किसान महिलाओं रायमती घिउरिया और सुबासा मोहंता ने मिलेट्स के महत्व के बारे में बताया.
सुबासा और राउमती को मिलेट दीदी के नाम से भी जाना जाता है. इन्होंने मिलेट की खेती को तब अपनाया था जिस समय कोई भी मिलेट की खेती के लिए तैयार नहीं था.
सुबासा और राउमती के साथ ही 11 अन्य राज्यों की 22 महिलाएं भी शामिल रहीं. इन किसान उद्यमी महिलाओं ने G20 समिट में मेहमानों के सामने मिलेट की खेती और उसके महत्व बताया.
इन महिलाओं का कहना है कि इन्होंने मिलेट की खेती करके ही नाम कमाया है. उनके बाद ही आस-पास के लोगों ने भी मिलेट की खेती शुरू कर दी.