Oct 24, 2024, 09:50 PM IST

लड़कियां हर छोटी बात पर सॉरी बोलती हैं, क्या ये गलत आदत है?

Meena Prajapati

आपने अक्सर देखा होगा कि लड़कियां अक्सर हर छोटी बात पर सॉरी बोलती हैं. 

छींक दें तो सॉरी, बॉडी टच हो जाए तो सॉरी, ऑफिस में देर से पहुंचें तो सॉरी. इस सॉरी की लिस्ट दिन भर खत्म नहीं होती. 

वे हर छोटी-बड़ी बात के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराती हैं और गिल्ट में जीती हैं.

ऐसी कई स्टडीज हो चुकी हैं जो यह दावा करती हैं कि लड़कियां पुरुषों के मुकाबले ज्यादा सॉरी या थैंक्यू बोलती हैं.

लड़कियों को बचपन से सिखाया जाता है कि उन्हें किसी बिगड़े काम को सुधारना है तो उन्हें ही झुकना पड़ेगा.

किसी का ज्यादा सॉरी बोलना प्लीजिंग बिहेवियर कहलाता है. 

जो लोग हर बात पर सॉरी बोलते हैं उनमें खुद को लेकर असुरक्षा की भावना, खुद पर संदेह और कम आत्मविश्वासी होते हैं.

कभी-कभी ज्यादा सॉरी बोलने से सामने वाले व्यक्ति को यह भी संदेश जाता है कि आप अपनी लाइफ की लीड दूसरे को दे रहे हो.

किसी भी चीज की अति हमेशा नुकसानदायक होती है.