Apr 29, 2024, 02:37 PM IST

भटके हुए को सही राह दिखाते हैं स्वामी विवेकानंद के 7 विचार

Nitin Sharma

आज के समय में ज्यादातर लोग दिन भर की भागदौड़ और व्यस्तता में रहते हैं. 

ऐसे में कुछ लोग तनाव, डिप्रेशन या फिर गलत संगत में पड़कर जीवन के पथ से भटक जाते हैं. 

ऐसे में स्वामी विवेकानंद के विचार लोगों को सही राह दिखाने के साथ ही मन से हताश हो चुके, लोगों में जोश भर देते हैं. 

स्वामी विवेकानंद कहते हैं कि संगति आपको ऊपर उठा भी सकती है और गिरा भी सकती है. इसलिए अच्छे लोगों से मित्रता करें.

जब तक तुम नहीं चाहोंगे, तब तक न तुम्हें कोई पढ़ा सकता है और न ही कोई आध्यात्मिक बना सकता है. कुछ भी सीखने के लिए पहले खुद को तैयार करना होगा.

सब कुछ खोने से ज्यादा बुरा उस उम्मीद को खो देना है, जिसके भरोसे आप सब कुछ वापस पा सकते हैं.

हर अच्छी बात का पहले मजाक बनता है. इसके बाद विरोध होता है. आखिर में उसे स्वीकार कर लिया जाता है. 

अगर पैसों दूसरों की भाई या मदद में खर्च किया जा रहा है तो इसका मूल्य है. अन्यथा यह सिर्फ बुराई के ढेर के समान हैं.

हम अपने में लाख कमियों के बाद खुद से प्रेम करते हैं. फिर दूसरों की कमियां देख इतनी घृणा क्यों करनी है.