Aug 11, 2024, 11:31 AM IST

वो तवायफ जिसकी हर रात होती थी खास

Ritu Singh

लखनऊ की एक तवायफ ऐसी थी जो हर रात अपने कोठे से निकलती थी और कुछ ऐसा करती थी जिसे सुनकर आपकी आंखें खुली रह जाएंगी.

ये तवायफ अपने कोठे से तब निकलती थी जब शहर के सारे लोग आधी नींद में होते थे.

ये थी लखनऊ की समृद्ध तवायफ परंपरा में जन्मी अज़ीज़न बाई, जो कानपुर की सुनसान गलियों में निकलती थी. 

अज़ीज़न बाई रोज रात में पुरुषों के कपड़े में घोड़े पर पिस्तौल के साथ निकलती थी.

असल में अज़ीज़न बाई अंग्रेजों की जासूसी करती थीं और सूचनाएं आजादी चाहने वालों तक पहुंचाती थीं.

अज़ीज़न बाई ने अंतिम सांस तक देश की आजादी के लिए लड़ती रहीं और अंग्रजों को इसकी भनक तक नहीं लगी.

इतिहासकार ए.के. गांधी ने अपनी किताब में अज़ीज़न बाई से जुड़ी कई वीरता की कहानियां बताई थीं.

यही कारण है अज़ीज़न बाई को हमेशा उनको देश में इज्जत की नजर से देखते हैं.