Nov 5, 2024, 06:46 AM IST
तवायफों के कोठे रात में कुछ यूं होते थे गुलजार
Ritu Singh
शाम को तवायफों की महफिल जवान होती थी और यहां आने वालों के लिए खास इंतजाम होते थे.
मुजरा की महफिल सजाने से पहले अय्याशी की 5 चीजें महफिल में ला दी जाती थीं,
कोठे पर देर रात तक महफिल सजती थी इसलिए खाने-पीने से लेकर ऐशो-आराम के लिए चलिए जाने क्या चीजें होती ही थीं.
सबसे पहले पान की बेड़ियां सजा कर थाल में रखी जाती थी.
इसके अलावा हुक्का भी होता था. हुक्का उस समय कोठों की जान माना जाता था.
प्रोफेसर नीलम सरन गौर ने अपनी किताब में उल्लेख किया है कि इसके अलावा कई तरह की शराब, अंगूर- अनानास की शराब होती थी.
इसके साथ ही बेला और चमेली के फूल होते थे ताकि कोठे खूशबू से महकते रहें. ये मूड बनाने का काम करते थे.
सबसे खास चीज जो होती थी जिसके बिना अय्याशी अधूरी थी वह थी वह था फूल से भरे कुंड.
इन कुंडों में तवायफें अपने चाहने वालों के साथ जल क्रीड़ा करती थीं.
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