Nov 22, 2024, 12:03 PM IST

सूती और तांत साड़ी में क्या होता है फर्क

Smita Mugdha

तांत साड़ी बंगाल की पारंपरिक साड़ी होती है और इसे सूती धागों से बुना जाता है. 

सूती कपड़ा कपास के पौधे के रेशों से बनता है और लगभग पूरे भारत में सूती साड़ियां पहनी जाती हैं.  

तांत साड़ी की खासियत इनका हल्कापन और पारदर्शिता है.गर्म और आर्द्र जलवायु के लिए आरामदायक साड़ी होती है.

सूती साड़ी भी पहनने में आरामदायक होती है, लेकिन भारत में अलग-अलग प्रदेशों की जलवायु के अनुकूल सूती साड़ियां मिलती हैं. 

तांत साड़ी को हाथ से काटे गए महीन धागों से बुना जाता है. खूबसूरत बूटियां, पल्लू, और बॉर्डर इसकी खासियत होती है. 

तांत की साड़ी में प्रिंट की जगह जरी वर्क या फिर धागे से डिजाइन की जाती है जो इसे खास लुक देती है. 

सूती साड़ी में प्रिंट, छपाई, कढ़ाई से लेकर अलग-अलग तरह के बॉर्डर और डिजाइन का प्रचलन है. 

तांत साड़ी को पहले हथकरघा से तैयार किया जाता था, लेकिन अब इसे पावर लूम की मदद से तैयार किया जाने लगा है.

सूती और तांत दोनों ही तरह की साड़ियां भारत में खूब लोकप्रिय हैं और भारत की जलवायु के अनुकूल हैं.