Oct 15, 2024, 01:36 PM IST

बनारसी साड़ी के बारे में ये 5 बातें जान खुला रह जाएगा आपका मुंह

Smita Mugdha

बनारसी साड़ी भारत की सबसे मशहूर साड़ियों में से एक है और देश-विदेश से लोग इसे पहनने आते हैं. 

रेशम से बनी ये साड़ियां खास तौर पर बनारस के कारीगर बनाते हैं जिसकी वजह से इनका नाम बनारसी पड़ गया. 

बनारसी साड़ियों के नाम के साथ ही कीमत की चर्चा होती है, लेकिन इसके बारे में कुछ बातें पक्का नहीं जानते होंगे. 

यह साड़ी बारीक रेशम से बनी होती है और इस पर बेहद जटिल डिजाइन वाली कारीगरी हाथ से करने का चलन है. 

बनारसी साड़ी पर पहले जरी का काम सोने या चांदी के तारों से होता था, लेकिन अब आम मेटल के तारों से जरी वर्क किया जाता है.

बनारसी साड़ी में जरोक्का पैटर्न होता है, जिसमें भारतीय बूटे, पैसली के साथ दूसरे डिजाइन भी होते हैं.

बनारसी साड़ी में बाहरी किनारे पर झल्लर नामक सीधी पत्तियों की एक स्ट्रिंग होती है, जो भारतीय पहचान को समृद्ध करती है.

बनारसी साड़ी बनाने के लिए उसके धागे को एक खास तरह की लिक्विड की मदद से गर्म पानी में मिलाकर लिक्विड डाई तैयार किया जाता है. 

बनारसी साड़ी को उत्तर प्रदेश के चंदौली, बनारस, जौनपुर, आजमगढ़, मिर्जापुर और संत रविदासनगर ज़िलों में बनाया जाता है.