Nov 6, 2024, 12:04 PM IST

8 महिला वैज्ञानिक जिनका आज भी लोहा मानती है दुनिया

Jaya Pandey

नोबेल पुरस्कार जीतने वाली पहली महिला मैरी क्यूरी ने रेडियोधर्मिता पर अपने कार्य से विज्ञान में क्रांति ला दी थी जिससे कैंसर के उपचार में प्रगति हुई.

रोजलिंड फ्रैंकलिन के एक्स-रे डिफ्रेक्शन की तस्वीरें इसकी दोहरी हेलिक्स संरचना की खोज के लिए काफी अहम थीं हालांकि शुरुआत में उन्हें इसका श्रेय नहीं दिया गया.

एडा लवलेस को पहली कंप्यूटर प्रोग्रामर माना जाता है जिन्होंने 1840 के दशक में चार्ल्स बैबेज के शुरुआती मैकेनिकल सामान्य प्रयोजन कंप्यूटर के लिए एल्गोरिदम लिखा था.

डोरोथी हॉजकिन को पेनिसिलिन और विटामिन बी12 सहित महत्वपूर्ण जैव रासायनिक पदार्थों की संचरनाओं की खोज के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया था.

बारबरा मैकक्लिंटॉक को जंपिंग जीन की खोज के लिए नोबेल पुरस्कार मिला था जिसमें उन्होंने दिखाया कि जीन गुणसूत्रों के भीतर भी गति कर सकते हैं.

समुद्री जीवविज्ञानी और संरक्षणवादी रेचल कार्सन की किताब साइलेंट स्प्रिंग ने हानिकारक कीटनाशकों के इस्तेमाल के खिलाफ वैश्विक पर्यावरण आंदोलन को जन्म दिया.

तंजानिया में जंगली चिम्पांजी पर अपने अध्ययन के लिए विश्व प्रसिद्ध जेन गुडाल ने प्राइमेट्स और मनुष्यों के साथ उनके संबंध को समझने के हमारे तरीके को बदल दिया.

अंतरिक्ष में जाने वाली पहली महिला वैलेंटिना तेरेश्कोवा ने 1963 में एकल अंतरिक्ष उड़ान ने सभी बाधाओं को पीछे छोड़कर भावी महिला अंतरिक्ष यात्रियों के लिए मार्ग प्रशस्त किया.