Jul 28, 2024, 10:39 AM IST

पेशे से साइंटिस्ट हैं सुधा मूर्ति के भाई, उपलब्धियां जान गर्व करेंगे 

Jaya Pandey

सुधा मूर्ति और उनके पति नारायण मूर्ति को तो आप जरूर जानते होंगे लेकिन क्या आप उनके वैज्ञानिक भाई श्रीनिवास कुलकर्णी के बारे में भी जानते हैं.

सुधा मूर्ति के भाई श्रीनिवास कुलकर्णी ने अंतरिक्ष विज्ञान में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, फिर भी उनका नाम कम लोगों को ही पता है. आज हम आपको उनकी उपलब्धियों के बारे में बताएंगे.

श्रीनिवास कुलकर्णी की प्रारंभिक शिक्षा कर्नाटक के हुबली में हुई और उसके बाद वह अप्लाइड फिजिक्स में एमएस करने के लिए दिल्ली के IIT चले गए.

इसके बाद उन्होंने कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले से पीएचडी भी की. ग्रेजुएशन के दौरान उनके मिलीसेकंड पल्सर(न्यूट्रॉन तारा) की खोज ने  ब्रह्मांड के बारे में हमारी समझ को बदल दिया.

साल 1987 में उन्होंने पहले गोलाकार क्लस्टर पल्सर की खोज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे उनकी उपलब्धियों में एक और उपलब्धि जुड़ गई.

श्रीनिवास कई महत्वपूर्ण खगोलीय खोजों का हिस्सा रहे हैं, जिसकी वजह से उन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कार जैसे शॉ पुरस्कार(जिसे हांगकांग में शॉ पुरस्कार फाउंडेशन देता है) भी मिला.

श्रीनिवास कुलकर्णी की वैज्ञानिक खोजों ने ब्रह्मांड के बारे में हमारी समझ को काफ़ी आगे बढ़ाया है. उनके कामों पर सिर्फ उनका परिवार ही नहीं बल्कि पूरा भारत गर्व करता है.