अब वह दिन दूर नहीं जब चांद पर भी ट्रेनें चलेंगी. नासा ने इसके लिए खास प्लान तैयार किया है. नासा चांद की सतह पर पूरी तरह से संचालित रेलवे स्टेशन बनाना चाहता है.
हालांकि चांद की यह ट्रेन धरती पर चलने वाली ट्रेन से अलग होगी. इसके लिए मैग्नेटिक लेविटेशन का इस्तेमाल किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट को नासा ने Flexible Levitation on a Track या FLOAT का नाम दिया है.
इसके लिए 3 लेयर का लचीला ट्रैक तैयार किया जाएगा, जिसपर रोबोटिक ट्रेनें चलेंगी इसमें एक लेयर ग्रेफाइट का होगा जिसपर डायमैग्नेटिक लेविटेशन के जरिए रोबोट FLOAT करेंगे.
दूसरी लेयर फ्लेक्स-सर्किट की होगी जो इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फोर्स की मदद से रोबोट को आगे बढ़ने में मदद करेंगी. तीसरी लेयर सोलर पैनल की होगी जो सूरज की रोशनी को पावर में बदलेगी.
ये मैग्नेटिक रोबोट ट्रैक के ऊपर हवा में उड़ते रहेंगे हालांकि इन रोबोट्स के पास मूव करने के लिए पहिया, पैर जैसे कोई पार्ट्स नहीं होंगे.
नासा के मुताबिक यह ट्रांसपोर्ट सिस्टम 2030 तक चांद की सतह पर ऑपरेट होने के लिए तैयार हो जाएगा. इस ट्रांसपोर्ट सिस्टम की मदद से सामान को बेस, लैंडिंग जोन और दूसरे जगहों पर ले जाया सकेगा. इसका इस्तेमाल चांद की मिट्टी को खनन की जगहों से ट्रांसपोर्ट करना होगा.
इन रेलवे सिस्टम को कुछ इस तरह से तैयार किया जाएगा कि ये चांद के धूल भरे कठोर वातावरण में बिना किसी दिक्कत के काम कर सकेंगे. जरूरत पड़ने पर इन्हें रोलअप या रि-कॉन्फिगर किया जा सकेगा.