Oct 3, 2024, 01:03 PM IST

NASA की 8 तस्वीरों में देखिए Solar Eclipse का नजारा

Jaya Pandey

जब पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य तीनों अंतरिक्ष में एक सीध में आते हैं तो ग्रहण देखा जाता है. नासा पृथ्वी के वायुमंडल और अंतरिक्ष से ग्रहण का अध्ययन करता है जिससे उसे जानकारियां हासिल होती हैं.

आज यानी दुनिया के कई हिस्सों खासकर दक्षिण अमेरिका, अंटार्कटिका, उत्तरी अमेरिका के कुछ हिस्सों में वलयाकार सूर्यग्रहण दिखाई दे रहा है. यह आसमान में एकदम आग की अंगूठी जैसा दिखाई दे रहा है.

सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है. कभी-कभी चंद्रमा सूर्य के प्रकाश का केवल एक हिस्सा ही रोक पाता है, इसे आंशिक सूर्यग्रहण कहा जाता है.

जब चंद्रमा की वजह से सूर्य के प्रकाश का पूरा हिस्सा दिखाई नहीं देता तो इसे पूर्ण सूर्यग्रहण कहते हैं,  जब चंद्रमा सूर्य के प्रकाश को अवरुद्ध करता है तो पृथ्वी के एक हिस्से पर उसकी छाया पड़ती है. 

पूर्ण सूर्यग्रहण उन साइंटिस्ट के लिए वरदान साबित होता है जो सूर्य के वायुमंडल यानी कोरोना के अध्ययन में जुटे हुए हैं.

कोरोना को देखना आमतौर पर कठिन होता है क्योंकि सूर्य बहुत अधिक चमकीला है लेकिन जब ग्रहण के दौरान चंद्रमा सूर्य के प्रकाश को अवरुद्ध कर देता है तो हम केवल कोरोना से आने वाला प्रकाश ही देख पाते हैं.

वहीं चंद्रग्रहण तब होता है जब पृथ्वी सूर्य की रोशनी को चंद्रमा तक पहुंचने से रोकती है. ऐसे में रात के समय पूर्णिमा का चांद भी फीका पड़ जाता है क्योंकि पृथ्वी की छाया उसे ढक लेती है.