Aug 26, 2024, 10:22 AM IST

8 साइंटिस्ट जिनका आज भी लोहा मानती है दुनिया

Jaya Pandey

माइकल फैराडे के इलेक्ट्रोमैग्नेटिज्म में एक्सपेरिमेंट ने मॉडर्न इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी का आधार रखा. उनकी खोजों ने इलेक्ट्रिक मोटर, जनरेटर और ट्रांसफॉर्मर के विकास में अहम भूमिका निभाई.

अल्बर्ट आइंस्टीन बहुत जीनियस साइंटिस्ट थे जिन्होंने थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी और  E=mc2  फेमस इक्वेशन दिया. उन्होंने ब्रह्मांड के बारे में हमारी समझ को नया रूप दिया. साल 1921 में उन्हें भौतिकी में नोबेल पुरस्कार मिला.

चार्ल्स डार्विन को फादर ऑफ इवॉल्यूशन कहा जाता है. नेचुरल सिलेक्शन पर डार्विन की थ्योरी ने जीव विज्ञान में क्रांति ला दी थी. उनकी खोजों ने आधुनिक इवॉल्यूशनरी बायोलॉजी की नींव रखी.

गैलीलियो गैलिली ने बृहस्पति के चंद्रमा और शुक्र के चरण के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि पृथ्वी सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाती है. उन्होंने मॉडर्न ऑब्जर्वेशनल एस्ट्रोनॉमी और फिजिक्स की आधारशिला रखी.

लुईस पाश्चर ने खास तौर पर टीकाकरण के विकास के माध्यम से चिकित्सा क्षेत्र में परिवर्तनकारी योगदान दिया. माइक्रोबायोलॉजी में उनके प्रयास ने अनगिनत लोगों की जान बचाई.

मैरी क्यूरी ने अपने पति के साथ मिलकर रेडियोएक्टिविटी में अग्रणी शोध किया. पोलोनियम और रेडियम जैसे रेडियोएक्टिव एलिमेंट को आइसोलेट करके एक्सरे टेक्नोलॉजी की प्रगति को बढ़ावा दिया. उन्हें  फिजिक्स और केमेस्ट्री में नोबेल पुरस्कार दिया गया. 

निकोला टेस्ला के दूरदर्शी विचारों ने आधुनिक विद्युत इंजीनियरिंग में क्रांति ला दी. उन्होंने अल्टरनेटिंग करेंट (एसी), टेस्ला कॉइल, वायरलेस संचार और रिमोट कंट्रोल तकनीक का बीड़ा उठाया, जिससे आज भी वैज्ञानिक और इंजीनियर प्रेरित हैं.

आइजक न्यूटन के प्रिंसिपिया मैथेमेटिका ने लॉ ऑफ मोशन और यूनिवर्सल ग्रेविटेशन से फिजिक्स में क्रांति ला दी. नेचुरल वर्ल्ड को समझने के लिए उनका फ्रेमवर्क सदियों से कायम है.