Jul 22, 2024, 03:04 PM IST

सावन में क्यों छोड़ें मांस-मछली, क्या कहता है साइंस?

Anamika Mishra

हिंदू धर्म में सावन के महीने को काफी पवित्र माना जाता है. 

कहा जाता है कि सावन भगवान शिव का सबसे प्रिय महीना माना जाता है. 

लोगों का कहना है कि सावन के महीने में मांस-मछली या शराब का सेवन करने से बुरा असर पड़ता है. 

केवल धर्म ही नहीं, बल्कि साइंस भी ऐसा ही मानती है.

साइंस कहती है कि आयुर्वेद के मुताबिक सावन के महीने में शरीर की इम्युनिटी कमजोर हो जाती है. 

ऐसे में शराब-मांस या तेल और तीखा खाने से हमारा पाचन तंत्र पर जोर पड़ता है, क्योंकि इन्हें पचाना मुश्किल होता है. 

पाचन शक्ति कमजोर होने से नॉन-वेज फूड आंतों में सड़ने लगता है. इससे इम्युनिटी पर भी बुरा असर पड़ता है. 

इसके साथ ही बारिश होने की वजह से कीड़े-मकोड़ों की संख्या बढ़ जाती है जिससे संक्रामक बीमारियां फैलती हैं.

सावन के महीने में बारिश होती है, इससे वातावरण में फंगस, फफूंदी और फंगल इंफेक्शन बढ़ता है और खाने-पीने का सामान जल्दी खराब होने लगता है.