Jan 15, 2024, 07:25 AM IST

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में यजमान बने 11 जोड़े आज से 45 सख्त नियमों का करेंगे पालन

Ritu Singh

15 जनवरी यानी आज मकर संक्रांति से शुरू होने वाली राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पूजा में 11 दंपत्ति यजमान बने हैं.

8 दिनों तक पूजा के दौरान सभी 11 दंपत्तियों को इन नियमों का सख्ती से पालन करना होगा. रोज सुबह जल्दी उठकर यजमानों को 15 जनवरी से 22 जनवरी तक 45 नियमों का पालन करना है.

ये नियम काशी के  पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने द्वारा बताए गए हैं. इस दौरान बाहरी भोजन व धूम्रपान त्यागना होगा और क्रोध, अहंकार के अलावा मदिरा सेवन से खुद को दूर रखना होगा.

ब्राह्मणों को आदर देना होगा.सच बोलने के व्रत में बाधा आने पर मौन रहना होगा.किसी से झगड़ा, कठोर वचन व कटु बोल बोलना पूरी तरह वर्जित है.यजमान को सदविचारों व सद्चिन्तन से युक्त होना होगा.मन को विचलित करने वाले दृश्यों से दूर रहना होगा.

8 दिनों तक कोई भी यजमान सूती वस्त्र नहीं पहन सकेंगे.पुरुष यजमान सिला हुआ सूती वस्त्र नहीं पहन सकते हैं.पत्नियां लहंगा, चोली जैसे सिले हुए वस्त्र पहन सकती है.स्वेटर, ऊनी, शॉल, कंबल धारण कर सकेंगे.

रोज दाढ़ी व नाखून काटना भी वर्जित है.

भोजन के लिए होंगे ये नियम-8 दिनों तक होने वाले पूजा से पहले सिर्फ फलाहार करें.गरम व शीतल शुद्ध जल ग्रहण कर सकते हैं.नित्य पूजन के बाद भी दिन में फलाहार कर सकते हैं.

रात में आरती के बाद सात्विक भोजन, सेंधा नमक का प्रयोग कर सकेंगे.खाने में हल्दी, राई, सरसों, उड़द, मूली, बैंगन, लहसुन, प्याज, मदिरा, मांस, अंडा, तेल से बना पदार्थ, गुड़, भुजिया चावल, चना वर्जित है.

खाने पीने की चीजें भगवान को भोग लगाकर प्रसाद के रूप में ग्रहण कर सकेंगे.दोपहर में ब्राह्मणों को पहले भोजन करा कर यजमान को भोजन करना होगा.8 दिनों तक तक यजमानों को खटिया पर बैठना या सोना वर्जित है.