Aug 16, 2023, 11:39 AM IST
वृंदावन के प्रेमानंद जी महाराज भक्तों के बीच बहुत ही प्रसिद्ध है. वह भक्तों को जीवन से जुड़े कई नियमों के बारे में बताते रहते हैं.
प्रेमानंद जी महाराज ने भक्तों को वृंदावन में यात्रा के दौरान तीन गलतियों को न करने के बारे में बताया है.
जब भी कोई वृंदावन की यात्रा करें तो बृजवासी के प्रति पूज्य बुद्धि रखनी चाहिए. वृंदावन में यात्रा के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखें. बृज में रहने वाले लोगों को बृजवासी कहते हैं.
बृज की मिट्टी को बृज रज कहते हैं. यहां पर भगवान श्रीकृष्ण माटी खाते थे. ऐसे में यहां पर बृज रज को मस्तक से अवश्य लगाना चाहिए.
वृंदावन की यात्रा के दौरान बृजलताओं का हनन नहीं करना चाहिए. आप दो-चार दिन की यात्रा पर यहां आए तो लगाने के बाद इसे काटे नहीं.
प्रेमानंद जी महाराज ने बताया कि यहां पर पूरे में पहले लताएं ही थी लेकिन अब लोगों इसे काटते हैं जिससे यह कम हो रही हैं.
एक लता को संभलने में 10 से 20 वर्ष का समय लगता है. आपको भूलकर भी इनका नुकसान नहीं करना चाहिए.