Jan 16, 2024, 10:28 AM IST

रावण की मौत के बाद देवी सीता से शूर्पणखा क्यों आई थी मिलने?

Ritu Singh

14 साल के वनवास को काटकर जब भगवान राम और देवी सीता , लक्ष्मण अयोध्या लौटे थे लेकिन प्रजा के कारण एक बार फिर देवी सीता तपोवन चली गई थीं.

तपोवन में रहने के दौरान ही एक बार रावण की बहन शूर्पणखा देवी सीता से मिलने आई थी.

वाल्मीकि आश्रम में शूर्पणखा एक बार देवी सीता से मिलने आई थी क्योंकि वह देवी का अपमान करना चाहती थी.

सूपर्णखा ने सीता को यह भी याद दिलाया की कि एक समय वह भी इस दर्द को झेल चुकी है जो आज सीता झेल रही है और यह देखकर वो बहुत खुश थी.

देवी सीता ने सूपर्णखा की सारी बातें शांतिपूर्वक सुनी और उसकी बात का बुरा ना मानते हुए हंसकर उसकी तरफ बेर देते हुए कहा, “यह बेर उतने ही मीठे हैं जीतने शबरी के बेर मीठे थे’

सूपर्णखा यह देखकर हैरान हो गई क्योंकि उसने सोचा था की सीता को दुखी देखके और करके वह सुख का अनुभव करेगी लेकिन यहां तो उल्टा हो गया.

देवी सीता ने सूपर्णखा से कहा था कि कब तक हम किसी और से उतने ही प्रेम की उम्मीद कर सकते हैं जितना हम उन्हें करते हैं. अपने अन्दर की शक्ति को खोजों. खुद की भूख की परवाह किए बिना दूसरो को खिलाना सीखो.