Jan 1, 2024, 08:53 AM IST

​जीवन में ये परेशानियां देती हैं कुंडली में ग्रह दोष का संकेत

Nitin Sharma

जीवन में हर कोई सफलता प्राप्त करना चाहता है. इसके लिए दिन रात मेहनत भी करता है, लेकिन कई बार ग्रहों की अशुभ चाल से लेकर कुंडली में ग्रह दोष की वजह व्यक्ति को उसकी मेहनत का फल नहीं मिल पाता.

खूब मेहनत से काम करने पर भी बाधाएं आती है. सफलता प्राप्त नहीं हो पाती और व्यक्ति के जीवन में उथल पुथल जैसी स्थिति रहती है.

अगर पिता से मनमुटाव हो रहा है. किसी बात को लेकर अनबन रहती है या फिर आत्मविश्वास की कमी रहती है. किसी भी लक्ष्य को पाने में समस्याओं को सामन करना पड़ता है तो समझ लें कि आपकी कुंडली में सूर्य कमजोर है. सूर्य की कमजोर स्थिति भाग्य को पस्त कर देती है. मेहनत का फल तक नहीं मिलता. ऐसी स्थिति में सूर्य को मजबूत करने के लिए हर दिन सूर्य चालीसा का पाठ करें. रविवार के दिन गुड़, गेहूं और मसूर की दाल को दान करें. 

कुंडली में चंद्रमा के कमजोर होने के साथ ही दोष होने पर व्यक्ति को मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है. अगर आप भी ऐसी समस्या से गुजर रहे हैं तो हर दिन जल में कच्चा दूध मिलाकर शिवलिंग पर अभिषेक करें. पूर्णिमा पर चंद्रमा को जल अर्पित करें. साथ ही खीर का भोग लगाएं. ऐसा करने से अशुभता दूर होती है. कुंडली में चंद्रमा मजबूत स्थिति में आता है. इससे व्यक्ति की सोचने समझने क्षमता बढ़ती है. 

शनि की महादशा में व्यक्ति को मानसिक से लेकर आर्थिक हानि का सामना करना पड़ता है. शाीरिक पीड़ा और रोग दोष झेलने पड़ते हैं. ऐसी स्थिति से बचने और शनि देव की कृपा प्राप्त करने के लिए लोहा, तील, तेल का दान करें. हर दिन शनि चालीसा का पाठ करें.

शुक्र ग्रह के कुंडली में मजूबत होने पर व्यक्ति को लग्जरी लाइफ प्राप्त होती है. धन धान्य की कमी नहीं होती. जीवन में हर चीज का सुख प्राप्त होता है, लेकिन इस ग्रह के कमजोर स्थिति में होने पर व्यक्ति को कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. जीवन में कंगाली और दरिद्रती है. ऐसे में श्री सूक्त का पाठ करें और शुक्रवार के दिन सफेद चीजों को दार करने से शुक्र ग्रह मजबूत होता है.

जीवन में अशुभ घटनाओं के घटने से लेकर स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का बढ़ना मंगल ग्रह के कमजोरी का संकेत देता है. कुंडली में मंगल ग्रह का दोष करियर में बाधा, व्यापार में घाटा और आर्थि​कतंगी लेकर आता है. इससे छुटकारा पाने के लिए लाल चंदन की माला से "ॐ अं अंगारकाय नमः का नित्य जाप करें लें. इसके साथ ही हनुमान जी की पूजा और व्रत करें. इससे कुंडली में मंगल दोष खत्म होता है. मंगल मजबूत स्थिति में आता है.

कुंडली में बुध ग्रह का दोष या कमजोर होने पर तार्किक क्षमता कम होने लगती है. इससे बोलने में समस्या से लेकर त्वचा संबंधी पीड़ा, व्यापार में नुकसान और अशुभता के चलते व्यक्ति परेशान रहता है. बुध ग्रह का कुंडली को मजबूत करने के लिए गणपति भगवान की पूजा करें. किन्नरों को दान दें.

कुंडली में गुरु बृहस्पति खराब होने पर व्यक्ति को धन, धान्य से लेकर स्वास्थ्य और सामाजिक रूप से कष्ट होता है. रिश्तों में दरार आती है. यह सभी गुरु ग्रह के कुंडली में दोष या कमजोर होने पर होता है. इसे मजबूत स्थिति में लाने के लिए भगवान विष्णु जी की पूजा अर्चना करना शुरू कर दें. पीले चंदन का तिलक लगाएं और दान करें.