Feb 5, 2024, 12:19 PM IST
अब मंदिर को आम लोगों के दर्शन के लिए खोल दिया गया है. मंदिर में राम भक्तों की भीड़ लग रही है.
हर दिन मंदिर में लाखों लोग रामलला के दर्शन करने पहुंच रहे हैं और करोड़ों रुपये का चढ़ावा चढ़ रहा है.
मंदिर के मुख्य पुजारी रामलला की आरती करेंगे. ऐसे में हर कोई सोचता है कि इनकी सैलरी तो बहुत ज्यादा होगी, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है.
राममंदिर के मुख्य पुजारी 83 साल के आचार्य सत्येंद्र दास हैं. 1992 में वह मंदिर के पुजारी नियुक्त हुए थे- वह पिछले 31 सालों से यहां मुख्य पुजारी के रूप में हैं. उन्हें इसकी सैलरी भी दी जाती है.
आचार्य सत्येंद्र दास को सैलरी के रूप में 100 रुपये मिलते थे. हालांकि यह समय के साथ धीरे धीरे बढ़ी भी है, लेकिन रफ्तार बेहद धीमी रही.
मुख्य पुजारी ने बताया कि उन्हें लंबे समय तक सैलरी के रूप में 100 रुपये मिलते रहे. राममंदिर का फैसला आने पर 900 रुपये की बढ़ोतरी के साथ 1000 हुई.
इसके बाद सैलरी में कुछ कुछ समय में बढ़ोतरी के साथ यह 12 हजार रुपये हो गई. इसमें प्रधान पुजारी की सैलरी बढ़ाकर 15 हजार रुपये कर दी गई.
वहीं अक्टूबर माह में फिर से सैलरी में बढ़ोतरी की गई. इसमें सैलरी को रिवाइज कर 25 हजार से 32900 रुपये कर दी गई.
इस समय राम मंदिर के मुख्य पुजारी की सैलरी 32900 रुपये है.