Jan 12, 2024, 11:59 AM IST

माता सीता की मुंह दिखाई में महारानी कैकेयी ने दिया था ये महल

Nitin Sharma

रामायण में भगवान श्री राम और माता कैकेयी के प्रेम से लेकर वनवास के बारें में कई बातें बताई गई हैं. 

भगवान श्री राम और माता कैकेयी में बहुत प्रेम था. भगवान बालरूप में अपना ज्यादातर समय माता कैकेयी के पास बिताते थे. 

भगवान श्री राम को माता सीता से शादी के अगले ही दिन विचार आया कि आयोध्या में सीता के लिए एक सुंदर महल होना चाहिए.

भगवान के मन में आया यह विचार कैकेयी को स्वप्न के रूप में भव्य महल दिखाई दिया. 

रानी कैकेयी ने अयोध्या के राजा दशरथ को बताया कि उन्हें सपने में एक महल दिखाई दिया है. अब उन्हें वैसा ही महल बनवाना है.

राजा दशरथ ने कैकेयी के कहे अनुसार, शिल्पकार विश्वकर्मा से महल बनवाने के लिए कह दिया.

महल तैयार होते ही महारानी कैकेयी ने माता सीता की मुंह दिखाई में तैयार हुआ नया महल दिया. इसे ही कनक भवन कहा जाता है.

पौराणिक कथाओं के अनुसार, कनक भवन में पुरुषों में सिर्फ भगवान श्री राम को जानें कि अनुमति थी. 

बताया जाता है कि कनक भवन में आज भी श्री राम और माता सीता एक साथ भ्रमण के लिए आते हैं.