Feb 28, 2024, 08:57 AM IST

मूर्ख मित्र से होशियार दुश्मन है बेहतर, जानें चाणक्य का ये तर्क

Nitin Sharma

आचार्य चाणक्य नीति जीवन के हर पहलु की बात करती है. कहा जाता है कि जो भी व्यक्ति जीवन में आचार्य चाणक्य की नीति के अनुसार काम करता है. उसे सफलता प्राप्त होती है. 

आचार्य चाणक्य नीति में सफलता से लेकर संबंधों तक पर विशेष बातें बताई गई हैं, जो आपके रास्ते में आने वाली बाधाओं को दूर कर सकती है. 

चाणक्य नीति में दोस्त के रिश्ते को सबसे मजबूत रिश्ता बताया गया है. यही एक ऐसा रिश्ता है, जिसे हम खुद बनाते हैं.

इसलिए दोस्ती के रिश्ते को खून के रिश्तों से भी ज्यादा माना जाता है. इसबीच ही आचार्य  चाणक्य कहते हैं दोस्त हाथ मिलाने से नहीं बन जाते हैं. 

आचार्य चाणक्य कहते हैं दोस्ती करते समय सावधानी बरतना भी बेहद जरूरी है. अगर मित्र सही न हो तो वह आपको घात पहुंचा सकता है. इसलिए स्वार्थी मित्रों से दूरी बनाकर रखें. 

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि कुछ लोग सिर्फ अपने फायदे के लिए ही दोस्ती करते हैं. ऐसे लोगों की पहचान कर उनसे किनारा कर लेने में ही आपकी भलाई है.  

चाणक्य नीति कहती है कि मतलबी और लोभी स्वभाव के लोगों से कभी दोस्ती नहीं करनी चाहिए. यह लोग आपने मतलब के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. ऐसे लोगों से बचाव ही बेहतर होता है.

चाणक्य कहते हैं मूर्ख दोस्त कभी न बनाये. इससे बेहतर दुश्मन अच्छा होता है. दोस्त हमेशा होशियार बनाना चाहिए, जिससे आप कुछ सीख सकें. वह आपकी हर कदम मदद कर सके.