Aug 26, 2024, 08:43 AM IST

श्याम रंग के नहीं थे कृष्ण, महाभारत की इस रानी ने किया था लिखित वर्णन

Ritu Singh

श्रीकृष्ण की लीलाओं, गोपियों संग रास से जुड़ी कई बातें आप जानते होंगे, लेकिन बहुत कुछ ऐसा है जिसे आप नहीं जानते होंगे.

भगवान कृष्ण विष्णु के आठवें अवतार थे और उनकी मोहकता का वर्णन लिखित में अभिमन्यु की पत्नी उत्तरा ने किया था.

भगवान श्रीकृष्ण की त्वचा का रंग मेघश्यामल था, काला या सांवला नहीं था. मेघश्यामल रंग अर्थात है कुछ काला और कुछ नीला.

भगवान श्रीकृष्ण के स्वर्गारोहण के समय न तो उनके बाल सफेद थे और न ही उनके शरीर पर झुर्रियां पड़ी थीं.

भगवान कृष्ण की परदादी 'मारिषा' और सौतेली मां रोहिणी 'नाग' जनजाति से थीं.

श्रीकृष्ण की प्रिय राधा की 8 सखियां भी थीं.  1. ललिता, 2. विशाखा, 3. चित्रा, 4. इंदुलेखा, 5. चंपकलता, 6. रंगदेवी, 7. तुंगविद्या 8. सुदेवी.

भगवान कृष्ण की 8 पत्नियां थीं - रुक्मणि, जाम्बवंती, सत्यभामा, कालिंदी, मित्रबिंदा, सत्या, भद्रा और लक्ष्मणा.

 कृष्ण की 3 बहनें थीं- एकानंगा (यशोदा की बेटी), सुभद्रा और द्रौपदी (मानस बहन). कृष्ण के भाइयों में नेमिनाथ, बलराम और गाद.

 भगवान श्रीकृष्ण के गुरु सांदीपनि थे. उनका आश्रम अवंतिका उज्जैन में था. इसके अलावा उनके गुरु गर्ग ऋषि, घोर अंगिरस, नेमिनाथ, वेद व्यास  भी थे.

कृष्ण के पास 16 विद्याएं और 64 कलाओं का ज्ञान था. कृष्ण धनुर्धर भी थे.

भगवान श्री कृष्ण के खड्ग का नाम नंदक, गदा का नाम कौमौदकी और शंख का नाम पांचजन्य था जो गुलाबी रंग का था.

भगवान श्री कृष्ण के धनुष का नाम शारंग और प्रमुख अस्त्र चक्र का नाम सुदर्शन था.

भगवान श्रीकृष्ण के रथ का नाम जैत्र और उनके सारथी का नाम दारुक/ बाहुक था. उनके घोड़ों के नाम शैव, सुग्रीव, मेघपुष्प और बलाहक थे.