महाभारत के सभी मुख्य पात्रों में से एक द्रौपदी भी हैं. द्रौपदी का चीर हरण बदला लेने के लिए ही महाभारत का युद्ध हुआ था.
द्रौपदी के अपमान का बदला लेने के लिए पांडवों ने कौरवों से युद्ध लड़ा था. महाभारत के इस धर्मयुद्ध में लाखों लोग मारे गए थे.
कई मान्यताओं के अनुसार, द्रौपदी को काली का अवतार माना जाता है. उनके जन्म को लेकर भी एक कहानी जुड़ी हुई है.
धार्मिक मान्यताएं हैं कि द्रौपदी का जन्म मां के गर्भ से नहीं बल्कि हवन कुंड से हुआ था.
द्रौपदी के पिता पांचाल देश के राजा द्रुपद गुरु द्रोणाचार्य से अपमान का बदला लेने के लिए यज्ञ करा रहे थे.
यज्ञ के दौरान हवनकुंड की अग्नि से द्रौपदी प्रकट हुई थीं. यज्ञ से प्रकट होने के कारण उनका एक नाम यज्ञसेनी भी है.
पांचाल देश की राजकुमारी होने के कारण उन्हें पांचाली भी कहा जाता है. यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.