Sep 14, 2024, 10:13 PM IST

वनवास में द्रौपदी की बनाई दाल से पांडवों में आती थी हाथियों जैसी ताकत

Smita Mugdha

वनवास में द्रौपदी और पांडव भाइयों का जीवन बेहद कठिन था और पांचाली सबके लिए भोजन पकाती थी. 

पांडव क्षत्रिय थे और उनके लिए कुशल योद्धा बने रहने के लिए शारीरिक ताकत बहुत जरूरी मानी जाती थी. 

ऐसे में पांडवों के स्वास्थ्य और आहार का ध्यान रखने की पूरी जिम्मेदारी द्रौपदी के ही ऊपर होती थी. 

द्रौपदी पांडवों के लिए खास दाल बनाती थी जिससे उन्हें पूरा पोषण मिलता था. 

महाभारत में भी द्रौपदी के बनाए पंचमेल दाल का जिक्र है जो 5 तरह की दालों को मिलाकर बनाया जाता था. 

ऐसी मान्यता भी है कि द्रौपदी को अग्निदेव और सूर्य देव ने विशेष आशीर्वाद के साथ खास वरदान दिया था. 

देवों के वरदान की वजह से द्रौपदी का बनाया भोजन अमृत की तरह था और कभी कम नहीं पड़ता था. 

वनवास में भारी कष्टों से जूझने के बाद भी पांडव भाइयों के नैतिक और शारीरिक बल में कोई कमी नहीं आई थी.

पंचमेल दाल महाभारत काल से लोकप्रिय है और आज भी इसका सेवन किसी न किसी रूप में जरूर किया जाता है.