Mar 10, 2024, 02:00 PM IST

अर्जुन ही बने द्रौपदी के जीवन का सबसे बड़ा अभिशाप

Smita Mugdha

द्रौपदी अपने पांचों पति में से सबसे ज्यादा प्यार अर्जुन से ही करती थी और यह बात बाकी पांडव भाई भी समझते थे. 

अर्जुन के लिए द्रौपदी का यह प्यार ही उनके जीवन का सबसे बड़ा अभिशाप भी बन गया था.

दुर्योधन पांडव भाइयों में सबसे ज्यादा ईर्ष्या अर्जुन से करता था और स्वयंवर में अर्जुन ने ही द्रौपदी को जीता था. 

द्रौपदी का भरी सभा में अपमान कर दुर्योधन अर्जुन को नीचा दिखाना चाहता था और द्रौपदी को इस द्वेष की वजह से अपमान झेलना पड़ा.

द्रौपदी के लिए अर्जुन और बाकी पांडव भाइयों का यह प्रेम दुर्योधन के लिए हमेशा ईर्ष्या की वजह बना रहा था.

कौरवों की सभा में द्रौपदी का जो अपमान किया गया था उसकी क्रोध की ज्वाला महाभारत के युद्ध तक द्रौपदी के अंदर जलती रही थी.

महाभारत के युद्ध में पांडवों की विजय हुई थी, लेकिन जीवन में कई साल द्रौपदी को अपमान और मुश्किलें सहनी पड़ीं.

द्रौपदी ने स्वर्ग में अपने कर्मों का लेखा-जोखा देते वक्त यह स्वीकार किया था कि वह अर्जुन से सबसे ज्यादा प्यार करती थीं. 

अर्जुन से सबसे ज्यादा प्रेम करने की वजह से ही द्रौपदी स्वर्ग जाने के रास्ते में सबसे पहले अचेत हुईं थीं और युधिष्ठिर ने इसे ही उनका अपराध भी बताया था.