Oct 20, 2023, 03:45 PM IST

क्यों रावण दहन के बाद घर लाई जाती हैं जली हुई लकड़ी

Aman Maheshwari

देशभर में 24 अक्टूबर 2023 को दशहरा मनाया जाएगा. इस दिन रावण दहन किया जाता है. रावण दहन की परंपरा सदियों से चली आ रही है.

रावण दहन के बाद लोग अक्सर घर पर रावण की जली हुई लकड़ी को घर लेकर आते हैं. इन लकड़ियों को लोग अस्थियों के रूप में घर लेकर आते हैं.

दशहरे पर लोग इस अनोखी परंपरा को निभाते हैं. क्या आप इस परंपरा के बारे में जानते हैं. आइये इसके बारे में बताते हैं.

ऐसी मान्यता है कि रावण की जली हुई लकड़ी को घर लाने से दुखों का अंत होता है. रावण की जली लकड़ी पूजा स्थल पर रखने से धन-धान्य में भी वृद्धि होती है.

रावण बहुत ही ज्ञानी पंडित था. रावण की अस्थियों को घर में रखने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है.

रावण दहन की लकड़ी को घर लाने के पीछे एक ओर मान्यता भी प्रचलित है. ऐसी मान्यता है कि भगवान राम लंका विजय के बाद जीत के प्रतीक के तौर पर लंका की राख अयोध्या लेकर आए थे.

यही वजह है कि रावण की जली लकड़ी को अस्थियों के रूप में लोग घर पर लेकर आते हैं.