May 19, 2024, 09:05 AM IST

गांधारी के शाप की वजह से बर्बाद हुई थी श्रीकृष्ण की द्वारका

Smita Mugdha

महाभारत के युद्ध में कौरवों की हार हुई थी और गांधारी के सभी पुत्र भी मारे गए थे. 

अपने कुल के बर्बाद होने का गांधारी को बहुत दुख था और उसे इसके लिए पांडवों और श्रीकृष्ण पर काफी रोष था. 

युद्ध के बाद जब हर ओर तबाही का मंजर था तब गांधारी ने श्रीकृष्ण को भी काफी कटु वचन बोले थे. 

गांधारी विष्णु देव की उपासक थी और उसने कृष्ण को श्राप दिया था कि 36 साल बाद जीवित नहीं रहेंगे. 

गांधारी ने द्वारका और यदुवंश को भी तबाह होने का शाप दिया था कि यदुवंश एक-दूसरे के खून का प्यासा हो जाएगा.

श्रीकृष्ण ने गांधारी के शाप को स्वीकार करते हुए कहा कि आपके श्राप का असर एक दिन जरूर होगा. 

कुछ सालों बाद ऋषि-मुनियों ने कृष्ण के पुत्र सांब को श्राप दिया था कि उसके लोहे के तीर से ही पूरे कुल का नाश होगा. 

बाद में द्वारका और यदुवंश का तो नाश हुआ ही, श्रीकृष्ण के पैरों में भी सांब का लोहे का तीर ही लगा था. 

इस तरह से महाभारत युद्ध कई कुलों के नाश की वजह बना था.  नोट: तस्वीरें प्रतीकात्मक तौर पर AI के जरिएइस्तेमाल की गई हैं.