Apr 2, 2024, 11:58 AM IST
हिंदू धर्म में गंगा स्नान का बहुत ही विशेष महत्व है. मान्यताओं के अनुसार, गंगा स्नान करने से व्यक्ति के सारे पाप धुल जाते हैं.
गंगा नदी को हिंदू धर्म में मां का दर्जा दिया गया है. गंगा में स्नान करने से व्यक्ति शुद्ध होता है. गंगा स्नान से 10 प्रकार के पाप धुल जाते हैं. आइये इसके बारे में आपको बताते हैं.
स्मृतिग्रंथ में 10 प्रकार के पापों के बारे में बताया गया है. यह पाप कायिक, वाचिक और मानसिक होते हैं. जिन्हें गंगा स्नान से दूर कर सकते हैं.
किसी दूसरे की वस्तु लेना, शास्त्र वर्जित हिंसा और परस्त्री गमन ये तीनों पाप कायिक पाप यानी शारीरिक पाप होते हैं.
कटु बोलना, झूठ बोलना, परोक्ष बोलना यानी किसी के पीछे नींदा करना, निष्प्रयोजन यानी बिना मतलब के बात करना यह चारों वाचिक पाप होते हैं.
दूसरे के धन को लेने का विचार करना, दूसरों के लिए मन में बुरा विचार लाना और असत्य हठ करना मानसिक पाप के प्रकार हैं.
मान्यताओं के अनुसार, गंगा में स्नान करने से इन 10 प्रकार के पापों को समाप्त कर सकते हैं. मां गंगा में स्नान करने से मानव कायिक, वाचिक और मानसिक रूप से निर्मल होता है.
Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.