घर के मंदिर में भगवान की मूर्तियां रखने के नियम जान लें, वरना अनिष्ट के बनेंगे भागी
Ritu Singh
घर के मंदिर में भगवान की मूर्ति के साथ ही कुछ अन्य बातों का ध्यान देना जरूरी है क्योंकि छोटी सी चूक घर में अशांति का कारण बन सकती है.
देवी देवताओं की मूर्तियों को उत्तर दिशा वाली दीवार पर नहीं लगाएं अन्यथा वे दक्षिणाभिमुख हो जाएंगी.
घर पर हनुमान जी की ऐसी तस्वीर या मूर्ति नहीं रखें जिसमें उन्होंने अपनी छाती को चीर रखा ह, संजीवनी लिए आकाश में उड़ रहें है हों, लंका दहन कर रहे हों या अपने कंधों पर भगवान राम और लक्ष्मण को बैठा रखे हों.
मूर्ति की आदर्श ऊंचाई अंगूठे की लंबाई के बराबर ही मूर्ति रखना चाहिए.अंगूठे के आकार से बड़ी मूर्तियां घर के मंदिर में नहीं रखना चाहिए.
पूजा घर में कभी भी एक ही देवी-देवता की अधिक मूर्ति नहीं रखनी चाहिए.
मंदिर में कभी भी रौद्र रूप वाली मूर्तियां भी नहीं रखनी चाहिए. ऐसी तस्वीर या मूर्ति रखने से अनिष्ट होता है.
मंदिर में शिवलिंग अंगूठे के आकार से बड़ा नहीं होना चाहिए. कोशिश करें कि शिवलिंग अंगूठे के ऊपरी हिस्से के बराबर हों और स्फटिक के हों.
पूजा घर में माचिस भी नही रखना चाहिए क्यूंकि माचिस को नकारात्मक शक्तियों का प्रतीक माना जाता है। भगवान की पूजा के समय दीपक तथा अगरबत्ती को जला लेने के बाद माचिस की तीली को भी पूजा घर में नहीं रखना चाहिये उसे भी वहाँ से हटा देना चाहिए.