Mar 31, 2023, 06:53 PM IST
उत्तराखंड की देवभूमि में कई देवी-देवताओं का निवास हैं. यहां चमत्कारी शक्तियों वाले काफी मंदिर मौजूद हैं
'चितई गोलू देवता' का मंदिर एक ऐसा मंदिर है जहां सिर्फ चिठ्ठी लिखने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाएंगी.
गोलू देवता का मंदिर अल्मोड़ा मुख्य शहर से करीब 8 किलोमीटर दूर पिथौरागढ़ हाईवे पर है.
उत्तराखंड की स्थानीय संस्कृति में लोग गोलू देवता को सबसे बड़े और तुरंत न्याय दिलाने वाले देवता के रूप में पूजते हैं.
गोलू देवता को महादेव शिव का अवतार भी माना जाता है. लोग इन्हें राजवंशी देवता, गौर भैरव और गोल्ज्यू महाराज नाम से भी बुलाते हैं.
जब किसी को कोर्ट-कचहरी या फिर अन्य जगहों से न्याय नहीं मिलता है, तो वह यहां आकर गोलू देवता के समक्ष अर्जी लगाते हैं.
लोग चिठ्ठी में अपनी परेशानी लिखकर गोलू देवता से उसके समाधान की प्रार्थना करते हैं और परेशानी खत्म हो जाने पर भेंट स्वरूप में घंटियां अर्पित करते हैं
माना जाता है गोलू देवता कत्युरी राजा के सेना प्रमुख थे और 1 युद्ध में वे वीरगति को प्राप्त हुए थे और उनके सम्मान में ये मंदिर बनवाया गया.