Oct 19, 2024, 03:15 PM IST
महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण के अनुसार, 14 साल का वनवास भगवान राम ने अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ दंडकारण्य वन में काटा था.
वनवास के दौरान 13वें साल के अंत में रावण ने पंचवटी से माता सीता का हरण कर लिया और फिर अपने दिव्य रथ से माता सीता को लंका ले गया था.
रावण ने माता सीता को अशोक वाटिका में रखा था. ऐसे में कई लोगों के मन में ये सवाल आता है कि आखिर माता सीता लंका में कितने दिनों तक रही थीं.
वाल्मीकि जी ने रामायण में लिखा है कि लंका में माता सीता कुल 435 दिनों तक रही थीं, जहां त्रिजटा के नेतृत्व में अन्य राक्षसियां उनकी देख-रेख करती थीं.
माता सीता के अपहरण के कारण ही भगवान राम के हाथों रावण की मृत्यु हुई थी. रामायण के अनुसार प्रभु राम ने युद्ध के दौरान लंका में 111 दिन बिताए थे.
पौराणिक कथाओं के अनुसार देवराज इंद्र ने माता सीता को दिव्य खीर दी, जिसे खाने के बाद उन्हें कभी भूख नहीं लगी और उन्होंने रावण का अन्न नहीं खाया.
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