Jan 30, 2024, 02:28 PM IST

 कितने तरह की होती हैं प्रेत आत्माएं? 

Ritu Singh

भूतों के प्रकार: क्या आप भूत होते हैं मानते हैं कि? अगर हां तो आज हम भूत-प्रेत से जुड़ी कुछ ऐसी जानकारी देंगे जो आपको शायद उस रहस्यमयी दुनिया कि जिज्ञासा को शांत करे.

कई बार हमने सुना है कि भूत-प्रेत कई तरह के होते हैं. तो आइए जानते हैं कि प्रेतआत्माएं कितने तरह की होती हैं.

ब्रह्मराक्षस वो आत्माएं होती हैं जो उच्च जन्म लेते है. ये ज्ञान और प्रतिभा का प्रयोग समाज कल्याण के बजाए अपनी निजी स्वार्थ या गलत कामों के लिए करते है. ऐसे लोग ही मरने के बाद अपने ज्ञान और प्रतिभा के कारण ब्रह्मराक्षस बन कर अपनी सज़ा भुगतते है. 

जिन्न- ये बहुत सारा खाना खाते हैं और घंटों तक एक जैसी ही अवस्था में बैठे या खड़े रहते हैं. जिन्न से ग्रस्त व्यक्ति का जीवन सामान्य होता है. ये घर के किसी सदस्य को परेशान भी नहीं करते हैं, बस अपनी ही मस्ती में मस्त रहते हैं. जिन्नों को किसी के शरीर से निकालना अत्यंत ही कठिन होता है.

आध्यात्मिक भूत - आध्यात्मिक भूत जैसा की नाम से लगता है धार्मिक लोगों की आत्माएं होती हैं. ये शांत होती है और अपने जीवन काल में किसी भूल के कारण प्रेत योनी में आ जाती हैं. ये मंत्र जाप से लेकर हनुमान चालीसा तक पढ़ती हैं.

भूत- प्रेत वे होते हैं जिन्होंने इस जीवन में अधूरा काम किया है और उनकी आत्माएं इस दुनिया में लौट आई हैं. ये भूत अक्सर अपने अधूरे काम पर पछतावा करते हैं और विचलित होकर घूमते रहते हैं. 

पिशाच पीड़ा : पिशाच प्रभावित व्यक्ति सदा खराब कर्म करना है, जैसे नग्न हो जाना, नाली का पानी पीना, दूषित भोजन करना, कटु वचन कहना आदि. वह सदा गंदा रहता है और उसकी देह से बदबू आती है. वह एकांत चाहता है. इससे वह कमजोर होता जाता है.

शाकिनी: शाकिनी से ज्यादातर महिलाएं ही पीड़ित रहती हैं. ऐसी महिला को पूरे बदन में दर्द बना रहता है और उसकी आंखों में भी दर्द रहता है. वह अक्सर बेहोश भी हो जाती है. कांपते रहना, रोना और चिल्लाना उसकी आदत बन जाती है.

चुड़ैल : चुड़ैल भी ज्यादातर किसी महिला को ही लगती है. ऐसी महिला यदि शाकाहारी भी है तो मांस खाने लग जाएगी. वह कम बोलती, लेकिन मुस्कुराती रहती है. ऐसी महिला कब क्या कर देगी? कोई भरोसा नहीं.