Apr 21, 2024, 12:17 AM IST

राजा विक्रमादित्य के समय काल में कुछ ऐसा दिखता था राम मंदिर

Anamika Mishra

क्या आप जानते हैं कि राजा विक्रमादित्य ने अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कराया था.

स्वर्गीय राम गोपाल पांडेय शरद की रचना श्रीरामजन्मभूमि का रक्तरंजित इतिहास में इस मंदिर के बारे में पूरी जानकारी मिलती है.

माना जाता है कि राजा विक्रमादित्य द्वारा निर्मित राम मंदिर का शिकर 40 किलोमीटर दूर मनकापुर से दिखाई देता था. यह मंदिर 600 एकड़ तक फैला हुआ था.

माना जाता है कि इस मंदिर के गर्भगृह के सर्वोच्च शिखर और साथ ही कलश थे जिनकी चमक बहुत तेज थी.

माना जाता है कि जब राजा विक्रमादित्य पहली बार अयोध्या गए तो उन्होंने अयोध्या के साथ राम जन्मभूमि को काफी बुरी अवस्था में पाया.

इसके बाद राजा विक्रमादित्य ने अयोध्या का उद्धार करने का सोचा और राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण कराया. इस मंदिर में 84 स्तंभ थे.

साथ ही इस मंदिर के आसपास 600 एकड़ का मैदान था. इस मैदान में सुंदर बगीचा, पक्के कुएं और फुलवरियां भी थीं.

इसके बाद 12वीं शताब्दी में राम जन्मभूमि आक्रमण का शिकार हो गई. 1528 इसी में बाबर ने राम जन्मभूमि पर बने मंदिर को तोप से ध्वस्त करा दिया था

वर्तमान में जो राम मंदिर बना है उसका पूरा क्षेत्रफल 70 एकड़ का है. साथ ही मंदिर परिसर 2.5 एकड़ में बना हुआ है.