Mar 26, 2024, 08:47 AM IST

शाप की वजह से इस देवता के शरीर पर थी हजारों आंखें

Smita Mugdha

इंद्र को देवताओं का भी राजा कहा जाता है, लेकिन आप जानते होंगे कि उनकी कभी पूजा नहीं की जाती है. 

इसकी वजह है कि देवराज इंद्र ने काम वासना में आकर एक ऐसा कदम उठाया था जिसकी वजह से उन्हें गौतम ऋषि ने शाप दिया था. 

पद्ममपुराण में वर्णित एक कथा के अनुसार देवराज इन्द्र स्वर्गलोक में अप्सराओं के साथ रहने के बाद भी सदैवप कामवासना से घिरे रहते थे. 

गौतम ऋषि की पत्नी देवी अहिल्या का रूप देखकर वह मोहित हो गए और उन्हें पाने के लिए छल का सहारा लिया था. 

अहिल्या को पाने के लिए  इंद्र ने माया से सुबह जैसा वातावरण कर दिया और गौतम ऋषि जब स्नान के लिए निकले तो इंद्र कुटिया में आ गए.

उन्होंने गौतम ऋषि का वेश धर लिया था जिससे अहिल्या उन्हें पहचान नहीं सकीं और गौतम भी जब कुटिया लौटे तो उन्होंने दोनों को एक साथ देखा. 

इससे क्रोधित होकर उन्होंने अहिल्या को शिला बन जाने का और इंद्र के शरीर पर हजार योनियों का शाप दिया था. 

इस तरह इंद्र के शरीर पर हजार योनियां निकल आई, तो उन्होंने हाथ जोड़कर गौतम ऋषि से क्षमा मांगी. 

गौतम ऋषि का क्रोध शांत हुआ, तो उन्होंने इंद्र के श्राप में संशोधन करते हुए उन योनियों को आंखों में बदल दिया. 

इस कारण इंद्र की तस्वीर पर हजार आंखें दिखाई देती हैं. बाद में प्रभु श्रीराम ने अपनी चरण धूलि से अहिल्या का उद्धार किया था.