Jul 21, 2024, 08:55 AM IST

क्या घर में नटराज की मूर्ति रखना या उपहार में देना सही है?

Ritu Singh

क्रोध आने पर भगवान शिव नटराज का रूप धारण कर लेते हैं. वे इस रूप में तांडव करते हैं और तांडव विनाश का नृत्य है.

कहा जाता है कि घर में किसी भी देवी-देवता की उग्र मुद्रा वाली तस्वीर या मूर्ति नहीं रखनी चाहिए, 

इससे घर की शांति भंग होती है और घर में कलह बढ़ता है तो क्या नटराज की मूर्ति के साथ भी ऐसा ही है. घर में नटराज की मूर्ति रखना सही है या गलत? चलिए जानें.

भगवान शिव न केवल क्रोध में नृत्य करते हैं, बल्कि प्रसन्न होने पर भी नृत्य करते हैं.

 इसलिए घर में नटराज की मूर्ति रखने से पहले इस बात पर ध्यान दें कि क्या नृत्य करती मूर्ति की आंखों में प्रसन्न भाव हैं या फिर इस मूर्ति के चेहरे के भाव सख्त और गंभीर हैं.

अगर मूर्ति के चेहरे पर खुशी है, मुस्कुराहट है, प्रसन्न भाव हैं तो नटराज की इस मूर्ति को घर में रखने में कोई दिक्कत नहीं है.

भगवान शिव के नटराज रूप का अर्थ विनाश के बाद पुनर्जन्म भी है. खुशी से नाचते हुए भगवान की ऐसी मूर्ति  प्रियजनों को उपहार में दे सकते हैं.

नटराज की मूर्ति के बगल में शिवकाम सुंदरी (मां पार्वती का सबसे सुंदर रूप) की मूर्ति रखनी चाहिए. मान्यता यह है कि शिव अपनी पत्नी के बिना कभी प्रसन्न नहीं हो सकते.

नटराज की मूर्ति रखते समय बगल में भगवान गणेश या अन्य देवी-देवताओं की मूर्ति नहीं रखनी चाहिए. हिंदू देवी-देवताओं की दो या दो से अधिक पीतल की मूर्तियां एक साथ नहीं रखनी चाहिए

नटराज की मूर्ति हमेशा उत्तर-पूर्व दिशा में रखनी चाहिए.