Oct 2, 2024, 06:57 PM IST

श्रीमद्भगवद्गीता से जाने पाप से मुक्ति का उपाय

Nitin Sharma

श्रीमद्भगवद्गीता एक अध्यात्मिक ग्रंथ है. इसमें श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को दिया हुआ ज्ञान और श्लोक हैं. 

श्रीमद्भगवद्गीता में एक ऐसा ग्रंथ हे, जिसमें हर सवाल का जवाब आसानी से मिल सकता है. 

श्रीमद्भगवद्गीता में पाप के कई कारण बताये गये हैं. उसी तरह इनसे मुक्ति के उपाय भी बताये गये हैं. 

जिन लोगों से अनजाने में कोई पाप हो जाता है और वह उससे मुक्ति का उपाय चाहते हैं तो इस ग्रंथ को जरूर पढ़ना चाहिए. 

श्रीमद्भगवद्गीता में कहा गया है ता में कर्म, भक्ति, ज्ञान और अनुशासन के माध्यम से मन और कर्मों को शुद्ध किया जा सकता है.

आप इनकी मदद से पापों से मुक्ति पा सकते हैं. आइए जानते हैं कैसे

श्रीमद्भगवद्गीता में कहा गया है व्यक्ति को निष्काम भाव से कर्म कर अपने कर्मों को शुद्ध करना चाहिए. 

कर्म करते समय फल की इच्छा न करें. इससे आत्मिक विकास, स्वतंत्रता और मोक्ष की प्राप्ति होती है.

भक्ति और आदर के साथ किये गये कार्य शुद्ध होते हैं. इनका फल भी अच्छा ही होता है. 

अनुशासन और सच्चे मन से ही  हम अपने कर्मों को शुद्ध कर सकते हैं. यह हमें सही मार्ग पर चलने में मदद करते हैं.