भगवान कृष्ण ने महाभारत के युद्ध में अर्जुन का साथ दिया था. इसके अलावा भी उन्होंने कई युद्ध लड़े थे.
भगवान कृष्ण ने अपने मामा कंस से युद्ध करके उनका वध किया था. उन्होंने ताड़का, पूतना, शकटासुर जैसे राक्षसों का वध बचपन में ही कर दिया था.
कंस के ससुर जरासंध से कृष्ण का कई बार युद्ध हुआ था. जरासंध अत्यंत क्रूर जरासंध का वध महाभारत युद्ध से पहले भीम ने किया था.
कालयवन ने जरासंध के कहने पर मथुरा पर आक्रमण किया था. भगवान कृष्ण का कालयवन के साथ भी युद्ध हुआ था.
भगवान कृष्ण और शिव का जीवाणु युद्ध हुआ था. यह विश्व का पहला जीवाणु युद्ध था. भगवान शिव ने बाणासुर को अपना पुत्र माना था जिसकी जान बचाने के लिए कृष्ण से युद्ध किया था.
कृष्ण भगवान ने नरकासुर से भी युद्ध किया था. वह सुन्दर कन्याओं का हरण कर उन्हें बंदीगृह में डाल देता था. कृष्ण जी ने अपनी सत्यभामा के साथ नरकासुर का वध किया था.
एक बार अर्जुन के साथ भी कृष्ण जी का द्वंद्व युद्ध हुआ था. यह युद्ध कृष्ण की बहन सुभद्रा की प्रतिज्ञा के कारण से हुआ था. यह युद्ध देवताओं के हस्तक्षेप के कारण शांत हुआ था.
भगवान कृष्ण ने किशोरावस्था में चाणूर और मुष्टिक का वध किया था. उन्होंने कलारिपट्टू विद्या से इनका वध किया था.
जामवंत को रामायण काल में अजर-अमर माना गया है. भगवान श्रीकृष्ण ने जामवंत से मलयुद्ध किया था. लेकिन जब जामवंत को श्रीकृष्ण के विष्णु रूप होने का पता चला तो युद्ध शांत हो गया था.
पुंड्र देश का राजा होने से इसे पौंड्रक के पिता का नाम वासुदेव था. वह खुद को विष्णु का अवतार मानता था. श्रीकृष्ण ने पौंड्रक का वध किया था.
Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.