Apr 17, 2024, 12:03 PM IST
हनुमान जी को भगवान श्रीराम के सबसे बड़े भक्तों में से एक हैं. पौराणिक कथाओं में कहा जाता है कि बिना हनुमान के न तो राम और न ही रामायण.
इसकी वजह हनुमान जी का जन्म ही श्रीराम की भक्ति के लिए हुआ था. वह दिन रात भगवान राम और माता सीता के परम भक्त थे.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि भगवान श्रीराम का मिलाप हनुमान जी से किस उम्र और किन स्थितियों में हुआ.
पौराणिक कथाओं के अनुसार, माता सीता के हरण के बाद श्रीराम और लक्ष्मण उनकी खोज में वन में निकले थे.
भगवान श्रीराम और लक्ष्मण माता सीता को तलाशते हुए वानरों की राजधानी किष्किंधा पहुंचे. यहां उन्होंने देखकर सुग्रीव डर गये.
सुग्रीव ने हनुमान जी से कहा कि जाकर पता करों कि बेहद सुंदर, बलशाली और साधरण से दिखने वाले दो मानव कौन हैं, कहीं उन्हें बाली ने तो नहीं भेजा.
इस पर हनुमान जी ब्रह्मण का वेष धारण कर श्रीराम और लक्ष्मण जी से मिले. जैसे ही उन्हें भगवान के होने का बोध हुआ. हनुमान जी ने नतमस्तक होकर प्रणाम किया.
जिस समय भगवान श्रीराम की मुलाकात हनुमान जी से हुई. उस समय श्रीराम की उम्र 25 वर्ष थी.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)