Jun 10, 2024, 07:21 AM IST

क्यों कौरवों का नाश करना चाहता था उन्हीं का मामा शकुनि

Nitin Sharma

महाभारत में कौरवों और पांडवों के बीच युद्ध हुआ, लेकिन इस युद्ध को कराने में कई लोगों का हाथ रहा. 

इन्हीं में से एक कौरवों का मामा शकुनि था, जो उनके साथ रहकर भी उनका बुरा ही चाहता था. 

महाभारत की कथा के अनुसार, शकुनि उन धूर्त मामाओं में से एक था, जो कौरवों के साथ रहकर उन्हीं के वंश का करना चाहता था. अंत में उसने ऐसा कर भी दिया. 

महाभारत की कथा सुनने वाले ज्यादातर लोग सोचते हैं कि आखिरी मामा शकुनि कौरवों का नाश करना क्यों चाहता था. आइए जानते हैं इसकी वजह

महाभारत की कथा पढ़ने, सुनने या देखने बाद हर किसी को लगता है कि मामा शकुनि अपने भांजे दुर्योधन समेत कौरवों को बहुत प्यार करता था, लेकिन सच में ऐसा नहीं था. 

शकुनि अपनी बहन गांधारी का विवाह धृतराष्ट्र से होने की वजह से नाराज था. इस जबरदस्ती के विवाह का उसने विरोध भी किया था, लेकिन भीष्म पितामह के सामने उसकी एक न चली. 

शकुनि अपने 100 भाईयों से लेकर पिता और पुत्रों का हत्यारा भीष्म पितामह को मानता था. इसलिए वह मन ही मन कौरवों से नफरत करता था. 

अपने वंश के खत्म होने पर शकुनि ने कौरवों का नाश करने की कसम खाई थी. इसी को फलिभूत करने के लिए उसने दुर्योधन को हमेशा गलत शिक्षा दी और महाभारत का युद्ध कराया.

शकुनि जानता था कि महाभारत में कौरवों की हार होगी और उसका बदला पूर्ण हो जाएगा. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)