Jul 30, 2024, 07:55 PM IST

कौन था पांडवों की ओर से लड़नेवाला अकेला कौरव योद्धा?

Smita Mugdha

महाभारत के युद्ध में कौरव और पांडव के बीच जब लड़ाई तय हुई, तभी से बहुत से योद्धा और साम्राज्य उसका अंत जानते थे. 

कौरवों के खिलाफ लड़ाई में साथ देने वाले कई योद्धा भी जानते थे कि इस युद्ध में पांडवों की ही जीत होगी. 

भीष्म पितामह और गुरु द्रोणाचार्य जैसे योद्धा कौरवों की ओर से लड़े जरूर थे, लेकिन मन से पांडवों की जीत चाहते थे. 

क्या आप जानते हैं कि एक कौरव योद्धा ऐसा भी था जिसने खुल तौर पर पांडवों का साथ दिया था और उनकी ओर से लड़ा था. 

महाभारत युद्ध में पांडवों की ओर से लड़ने वाला कौरव युयुत्स था, जो दुर्योधन का सौतेला भाई था.

युयुत्सु धर्म के रास्ते पर चलने वालों में से था और उसने दुर्योधन से कई बार अनुचित रास्ते को छोड़ने के लिए कहा था. 

युद्ध शुरू होने से ठीक पहले युधिष्ठिर के कहने पर युयुत्सु ने पाला बदला और पांडवों की ओर से लड़ाई में शामिल हो गया था.

युयुत्सु ने दुर्योधन को कई बार समझाने की भी कोशिश की थी, ताकि महाभारत का युद्ध रोका जा सके. 

महाभारत के युद्ध के बाद युयुत्सु को पांडव भाइयों ने पूरा सम्मान दिया था और भीष्म पितामह ने भी उसके फैसले को सराहा था.