May 25, 2024, 01:13 PM IST
महाभारत में अर्जुन महान धनुर्धर थे. वह पांच पांडवों मे से एक थे. श्रीकृष्ण ने उन्हें ही ज्ञान दिया और कौरवों से जीत दिलाई.
पौराणिक कथाओं में बताया जाता है कि उलूपी अर्जुन की दुश्मन थी. इसकी वजह इंद्रप्रस्थ नगरी पर नागवंशी का कब्जा होना था. इसे मुक्त कराने के लिए अर्जुन ने युद्ध छेड़ दिया. इसमें बहुत से नागवंशी मारे गये.
नागवंशियों ने अर्जुन को अपना दुश्मन मान लिया. वह अर्जुन को मारने के लिए मौका ढूंढने लगे. वनवास के दौरान अर्जुन गंगा किनारे गये.
नागराज को इसका पता लगा और उन्होंने अर्जुन को मारने के लिए अपनी बेटी उलूपी को उनका वध करने के लिए भेज दिया.
उलूपी में युद्ध कौशल के साथ ही गजब की सम्मोहन कला थी, लेकिन वह अर्जुन को देखकर खुद ही मोहित हो गई.
उलूपी ने अर्जुन के वध करने का विचार त्याग दिया. वह उससे प्रेम करने लगी. उसने अर्जुन के सामने विवाह का प्रस्ताव रखा, लेकिन अर्जुन ने इनकार कर दिया.
यहां उलूपी ने नागराज को बताया कि नागों और पांडवों के बीच गलतफहमी की वजह से शत्रुता हुई है. अर्जुन नागवंशियों के दुश्मन नहीं हैं.
इसके बाद अर्जुन ने उलूपी से नागराज के सामने विवाह किया. दोनों का बेटा भी हुआ, जिसका नाम इरावन था.