महाभारत युद्ध से पहले ही उसका नतीजा जानता था ये योद्धा
Nitin Sharma
द्वापर युग में कौरवों और पांडवों के बीच हुए युद्ध में सिर्फ योद्धा ही नहीं, उन पर कई ऐसे प्रताप, श्राप और आशीर्वाद थे, जो बेहद रहस्यमय थे.
महाभारत के इन योद्धाओं के पास एक अलग कृपा और शक्तियां थी, जिनका बखान महाभारत में किया गया है.
ऐसी ही कुछ शक्तियों से पूर्ण महाभारत का वीर योद्धा और पांडवों का भाई सहदेव था.
पौराणिक कथाओं के अनुसार, पांडवों का भाई सहदेव भविष्य देख सकता था. उसे महाभारत युद्ध से पूर्व ही उसके परिणाम पता लग गये थे.
सहदेव को यह शक्ति अपने पिता से मिली थी. पांडवों के पिता पाण्डु बहुत ज्ञानी थे. मृत्यु के समय वह चाहते थे कि उनका ज्ञान उनके पुत्रों तक जाये.
मृत्यु के अंतिम क्षण में पाण्डु ने अपने पुत्रों के सामने अपना दिमाग खा लेने की इच्छा जाहिर की. उन्होंने कहा कि जो भी मेरा दिमाग खा लेगा. उसे मेरी सभी शक्तियां मिल जाएंगी.
पिता की इस इच्छा को सहदेव ने पूर्ण किया. उन्होंने जैसे ही पिता का दिमाग खाया. उन्हें इतिहास से लेकर वर्तमान का ज्ञान हो गया और भविष्य दिखने लगा.
सहदेव को भविष्य दिखने की सच्चाई श्रीकृष्ण को पता थी. इसलिए उन्होंने सहदेव से कहा कि अगर किसी को उन्होंने महाभारत युद्ध का अंत बताया तो उनके सिर के 100 टुकड़े हो जाएंगे.
यही वजह है कि महाभारत युद्ध का अंत जानने के बाद भी सहदेव अंत तक कुछ नहीं बोले. उन्होंने किसी को युद्ध का नतीजा नहीं बताया.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)