Jun 29, 2024, 07:05 PM IST

दुर्योधन नहीं यह धुरंधर योद्धा था कर्ण का सबसे अच्छा दोस्त

Smita Mugdha

महाभारत में कर्ण ने कौरव पक्ष की ओर से युद्ध किया था और उन्हें दुर्योधन का सबसे खास दोस्त माना जाता है. 

कर्ण की चारित्रिक विशेषताओं के बारे में बोलते हुए भगवान कृष्ण ने भी कहा था कि उन्होंने हमेशा मैत्री धर्म निभाया. 

क्या आप जानते हैं कि सिर्फ दुर्योधन ही नहीं बल्कि एक और योद्धा भी था, जिससे कर्ण की बेहद मित्रता थी. 

युद्ध के दौरान अपने इस दोस्त की रक्षा करने के लिए कर्ण ने अपना विशेष हथियार भी चलाया था. 

दुर्योधन के अलावा कर्ण का सबसे प्रिय और खास दोस्त गुरु द्रोणाचार्य का पुत्र अश्वत्थामा था. 

महाभारत के युद्ध के दौरान जब अर्जुन ने अश्वत्थामा पर बाण चलाया था तब कर्ण ने उनकी रक्षा की थी. 

कर्ण को गुरु द्रोणाचार्य ने विद्या सिखाने से मना कर दिया था क्योंकि उनके पालक माता-पिता सुत थे. 

कर्ण की विद्या और युद्ध लड़ने की क्षमता से गुरु द्रोणाचार्य बहुत प्रभावित थे और उन्हें अर्जुन के टक्कर का योद्धा मानते थे.

कर्ण को जब स्वर्ग में जगह मिली थी तब केशव ने कहा था कि उन्होंने क्षत्रिय और मैत्री धर्म का पालन किया था, इसलिए वह स्वर्ग के हकदार हैं.