Aug 30, 2024, 03:47 PM IST

कौन थे कृपाचार्य जिन्होंने पांडव पुत्र की मृत्यु की रची थी साजिश

Smita Mugdha

महाभारत के युद्ध में चक्रव्यूह का प्रसंग हस सब जानते हैं जिसमें संघर्ष करते हुए अभिमन्यु को वीरगति मिली थी. 

चक्रव्यूह में अभिमन्यु को घेरने वाले योद्धाओं में से एक कृपाचार्य भी थे जो पांडवों के गुरु थे. 

चक्रव्यूह की रचना जब की गई, तो इसमें दुर्योधन, कर्ण, द्रोणाचार्य जैसे योद्धाओं के साथ गुरु कृपाचार्य को भी रखा गया था. 

आइए जानते हैं कौन थे ऋषि कृपाचार्य जिन्होंने अपने ही शिष्य अर्जुन के पुत्र की हत्या के लिए युद्ध लड़ा था. 

कृपाचार्य कौरवों और पांडवों के गुरू थे और उन्हें सात चिरंजीवियों में से एक भी माना जाता है. 

कृपाचार्य महर्षि गौतम के पुत्र शरद्वान्‌ के पुत्र थे. शरद्वान की तपस्या भंग करने के लिए जानपदी नामक एक देवकन्या को इंद्र ने भेजा था. 

जानपदी के गर्भ से दो यमज भाई-बहन हुए कृप और कृपी हुए थे, जिन्हें महाराज शांतनु ने पाला था. 

कृप ही आगे सिद्ध ऋषि बने और इनका नाम कृपाचार्य हुआ था. इनकी बहन कृपी का विवाह द्रोणाचार्य से हुआ था. 

बाल्यकाल से ही कृपाचार्य धनुर्विद्या में निपुण थे और उन्होंने कौरव और पांडव भाइयों को इसकी शिक्षा दी थी.